
ना कराना हो मृत्यु को जो ज्यादा वेट
सुसाइड करो या पियो सिगरेट
धुँए का गुबार राख का ढेर
आत्मा को परमात्मा से मिलाती सिगरेट
काहे की मस्ती काहे का क्रेज़
हार्ट को फेल करती सिगरेट
जान से ज्यादा नही जहर का रेट
फिर भी महंगी बिकती सिगरेट
लव करो या करो मुझे हेट
फिर भी कहूँगा ना पियो सिगरेट
–अंकित सोलंकी, उज्जैन (मप्र)