Category: friendship
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बचपन
खेल तो वही हैं पर हाथो में अब कंचे नही हैंइम्तहान तो रोज देते हैं पर अब हाथो में पर्चे नही हैंदुनिया तो पहले भी झूठी थी, पर अब हम भी उतने सच्चे नही हैये सच हैं यारो अब हम बच्चे नही हैं ! खिलौने अब उतने अच्छे लगते नही हैंदोस्त अब आसानी से बनते…