Tag: shahar
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अय्याशियाँ
अय्याशियों की आदत निराली होती हैं मस्ती की ये बोतले ना कभी खाली होती हैं ! खाली होती हैं गलियाँ सूरज की रोशनी देखकर दिन के उजालो में रंगीनियों को भी परेशानी होती हैं ! वो बंद हो जाते हैं मयखाने दिल को लुभाने वाले शहर में जब भी जमकर पहरेदारी होती हैं ! चोर फिर भी…
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शहर
इस शहर की गलियों में गफलत हैं बहुत, आवाज़े हे कम पर शोर हे बहुत हवाए भी रखती हे यहाँ आग का असर खुशबूये हैं कम जिनमे पर धुआं हे बहुत तनहा मायूस लगती हर सूरत संजीदा यहाँ ख्वाहिशे घुटी हैं जिसमे, हसरते सहमी हैं बहुत डर गुस्से का हर किस्सा होता निगाहों से बयाँ…