सोनू के टीटू की स्वीटी


एक दोस्त था हमारा दीवाना सा
एक लड़की पर वो मरता था !

चोरी-चोरी चुपके-चुपके
बचपन से उसे वो बहुत चाहता था !

कुछ कहना था उसको शायद
जाने किससे डरता था !

जब भी मिलता था मुझको
अक्सर ये पूछा करता था !

कि प्रपोज़ कैसे करना हैं
ये प्रपोस कैसे करना हैं !

और मैं, सिर्फ यही कह पाता था
तेरे साथ मुझे नहीं मरना हैं !


तो साहिबान ये हमारे एक दीवाने दोस्त की कहानी हैं
जो हमको आज आपको सुनानी हैं !

गुलज़ार के चाचा ग़ालिब के भतीजे थे
हम स्कूल टाइम पर भी इतना ही अच्छा लिखते थे !

वो दोस्त जानता था हमारे शब्दों में जादू हैं
पढ़कर कोई भी हो जाता बेक़ाबू हैं !

इसलिए उसे हमसे ही यही काम करवाना था
एक प्यार भरा लव लेटर लिखवाना था !

क्लाइंट कैसा भी हो, बिलिंग जरूर देखते थे
हम उसूलो वाले लेखक थे, सच्ची फीलिंग जरूर देखते थे !

कितना गहरा हमारे दोस्त के मन में प्यार का बीज था
ये टेस्ट करने के लिए हमने उससे करवाया व्रत हरतालिका तीज था !

दिनभर बिना खाये-पिए उसने वो उपवास पूरा किया
पर हमने मम्मी और भोलेनाथ की कसम खिलवाकर ही उस पर विश्वास किया !

अब हमको भी उसके प्यार पर यकीन हो गया
और हमने भी उसको लव लेटर लिखने का यकीन दिया !

हमने दुआ दी कि दोस्त तेरी मोहब्बत बड़ी पाक हैं
भगवान कहे तो भी मत छोड़ना उस लड़की का हाथ हैं !


सारा हुनर निचोड़कर हमने कागज़ पर रख दिया
अपने दोस्त की आशिक़ी के लिए शेरो-शायरी से भरा लव लेटर लिख दिया !

एक दिन पहले ही दोस्त ने लड़की से केमिस्ट्री के नोट्स लिए थे
पढ़ना कुछ नही था, बस उसमे लव लेटर रखकर वापस करना था

दोस्त ने भी दिल निकालकर चाकू की नोक पर रख दिया
वो लेटर केमिस्ट्री नोट्स में रखकर लड़की को दे दिया !

कहा इन नोट्स के अंदर तुम्हारे लिए कुछ खास रखा हैं
अल्फ़ाज़ अंकित से लिखवाये हैं पर इमोशन मेरा लिखा हैं !

लड़की ने भी लेटर पढ़कर मुस्कुराते हुए दोस्त की मुहब्बत को क़ुबूल कर लिया
और वो लेटर होठो से चूमकर वापस केमिस्ट्री नोट्स में ही रख लिया !

फूल खिलता हैं तो महक रुक नहीं सकती
और प्यार की खबर ज़माने से छिप नहीं सकती !

केमिस्ट्री के सिलेबस में एक चैप्टर एडिट हो गया
वो लेटर भी नोट्स के साथ टीचर को सबमिट हो गया !


अगले दिन उस लड़की को प्रिंसिपल रूम में बुलाया गया
और उस लेटर का सारा माज़रा पूछा गया !

पापा की परिया अबला नारी बन जाती हैं
ऐसी परिस्थिति में लड़कियाँ अक्सर बेचारी बन जाती हैं !

लड़की बोली मुझे नहीं पता ये लेटर कैसे आया
मैंने तो इन नोट्स में कुछ भी नहीं रखा था !

घबराहट में उस लड़की ने अपने प्यार को बचाकर हमको फसा दिया था
प्रिंसिपल से कह दिया कि ये लेटर शायद अंकित ने लिखा था !

जैसे दुनियाँ में कही भी आतंकवादी घटना हो, पाकिस्तान जरूर बदनाम होता हैं
वैसे ही पूरा स्कूल जानता था ऐसी शेरो-शायरी वाले क्रिएटिव वर्क में हमारा ही नाम होता हैं !

फिर प्रिंसिपल मैडम के रूम में हमे बुलाया गया
मुँह दिखाई के तौर पर वो लेटर दिखाया गया !

हमसे पूछा कि क्या ये लेटर हमने लिखा
हमारे हाँ कहते ही हमारे गाल पर एक चाटा रसीद दिया !

हम चाहते तो कह सकते थे कि ये लेटर हमने दिया नहीं
पर हमने दोस्त की मुहब्बत को बदनाम होने दिया नहीं !

हमने दोस्ती निभाई, उस लड़की ने प्यार निभा दिया
हमने दोस्त को बचाया,उस लड़की ने प्यार छिपा लिया !

लेखक बनने की पहली जगहँसाई हुई
उस दिन प्रिंसिपल मैडम के रूम में पहली बार बुलाया और पहली ही बार बहुत ठुकाई हुई !

इससे भी मन नहीं भरा तो भंडारा कर लिया गया
फ़ोन करके हमारे पापा को भी बुला लिया गया !

आमिर खान जैसे स्वीट पापा में उस दिन हमे सनी देयोल दिखा
बलवंत रॉय के कुत्ते की तरह उन्होंने हमे खूब पीटा !


हमारी इतनी पिटाई देखकर भी वो लड़की कुछ बोली नहीं
उसकी ये हरकत हमसे बर्दाश्त हुई नहीं !

हम चुप थे क्योकि हमे दोस्त और उसके प्यार को बदनाम नहीं करना था
पर उस लड़की को तो हिम्मत दिखाकर प्यार कुबूल करना था !

निन्यानवे का था वो साल जब जमाना इक्कीसवी सदी में जा रहा था
फिर भी देखो उस लड़की से सच नही बोला जा रहा था !

जानते थे यश चोपड़ा की फिल्मो की तरह गलती परिस्तिथियों की थी
पर हमने उस लड़की की खामोशी अपने ईगो पर ले ली थी !

अगले दिन हमने हमारे दोस्त से कह दिया कि ऐसी झूठी, डरपोक लड़की अपनी भाभी नहीं
बात इतनी सी हैं मेरे दोस्त कि अब या तो वो लड़की या हम नहीं !

पहली मोहब्बत, पहले अहसास का पैक-अप कर लिया
दोस्त ने अगले दिन उस लड़की से ब्रेक अप कर लिया !


दो पेग लगाने के बाद आज भी वो दोस्त कुछ-कुछ होता हैं की काजोल की तरह रोता हैं
पहला प्यार अधूरा रहने के लिए आज भी हमे कोसता हैं !

एक पेग लगाकर हम भी उससे पूछते हैं कि वो बाद में तो प्रिंसिपल को सच बता सकता था
पिटाई तो हो चुकी थी, पर इज़्ज़त तो हमारी लौटा सकता था !

वो हँसकर कहता हैं कि तू अक्षय कुमार हैं तो मैं भी गोविंदा हूँ
तू कमीना हैं तो मैं भी बड़ा कमीना हूँ !

मुझे भूखा रखकर तेरी कौन सी हसरत पूरी हुई
मुझसे हरतालिका तीज करवाई, अच्छा हुआ तेरी भी ठुकाई हुई !

उसकी इस बात पर हम दोनों ठहाका मारकर हँसते हैं
गले मिलकर दोस्ती के नाम एक और जाम भरते हैं !

जाने-अनजाने में प्यार और दोस्ती की तकरार दिखा दी
और सत्रह साल पहले ही हमने सोनू के टीटू की स्वीटी बना दी !

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